तेल नीर, तेल पसार चैरासी सहस्र डाकिनीर छेल, शरीर के अंगो पर तिल के होने का महत्त्व • रोली, कपूर, चंदन तथा गोरोचन समान मात्रा में मिलाकर गंगाजल में घोंटकर तिलक लगाने से देखने वाले व्यक्ति वशीभूत होते हैं। ‘‘ऊँ क्रीं वांछितं मे वशमानय स्वाहा।’’ While it needs clarity of https://free-kundli46420.life3dblog.com/33382912/vashikaran-totka-options