" बिल्कुल विश्वास है।" उन्होंने काफी पीते हुवे बोला था। महिला की बात सुनकर पहलवान अपने लोहे की छड़ उठाए राजमहल की ओर चल पड़ा। राजमहल के पास पहुंचने पर सभी द्वारपाल और सैनिक मोहन की काया देखकर डर से कांपने लगे और तुरंत राजा तक सूचना पहुंचाई की कोई https://bhoot-kahani09641.wikiexcerpt.com/3000384/5_simple_techniques_for_bhoot_kahani